टीबी के मरीज से परहेज नहीं, सही पोषण देकर टीबी से बाहर लाने का करना होगा प्रयास-कलेक्टर कार्तिकेया गोयल
विश्व क्षय दिवस पर 298 टीबी मुक्त ग्राम पंचायतें हुई सम्मानित
निश्चय मित्र बन जनसामान्य को जागरूक करने एवं टीबी मुक्त देश बनाने में सहयोग करने की अपील
विश्व क्षय दिवस पर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त पंचायत अभियान कार्यक्रम का हुआ आयोजन





रायगढ़। विश्व क्षय दिवस के अवसर पर आज नगर निगम ऑडिटोरियम, पंजरी प्लांट में स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रधानमंत्री टीबी मुक्त पंचायत अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 298 टीबी मुक्त पंचायतों को सम्मानित किया गया। जिसमें 248 ग्राम पंचायतों को कांस्य गांधी प्रतिमा एवं 50 पंचायतों को सिल्वर गांधी प्रतिमा के साथ प्रशस्ति पत्र प्रदान की गई। मौके पर कलेक्टर गोयल ने टीबी मुक्त ग्राम पंचायत बनाने हेतु शपथ दिलाई। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव, सीएमएचओ डॉ.अनिल कुमार जगत, सिविल सर्जन डॉ.दिनेश पटेल एवं टीबी नियंत्रण अधिकारी डॉ.जय कुमारी चौधरी उपस्थित रही।
कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य आपके साथ ही अन्य ग्राम पंचायतों को टीबी से मुक्त करने हेतु प्रेरित करना है। हमें अपने गांवों को टीबी मुक्त करना है इसका मतलब यह नहीं है कि आपको टीबी के मरीज से परहेज करना है। आपको उसके कारणों को जानना एवं उस मरीज को सही पोषण देकर टीबी से बाहर लाने का प्रयास करना होगा।
टीबी मुक्त बनाने में विभाग के मैदानी कर्मियों के साथ ही आपके ग्राम पंचायतों का बहुमूल्य योगदान रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अभियान एवं ग्राम पंचायतों के प्रयास के फलस्वरूप भारत आज पोलियों से मुक्त है, जबकि हमारे पड़ोसी देश आज भी पोलियो से ग्रस्त है। वर्ष 2030 तक टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य को लेकर हम कार्य कर रहे है। लेकिन हम सबको इस दिशा में लगातार कार्य करते हुए लक्ष्य से पहले जिले से टीबी को खत्म करना होगा। जब कोई टीबी से ग्रसित होता है तो वह हमारे आर्थिक प्रगति का हिस्सा नहीं बन पाता एवं उसके परिवार को आर्थिक समस्याओं से जुझना पड़ता है। जिसके लिए भारत सरकार निश्चय निरामय योजना के माध्यम से टीबी को खत्म किया जा रहा है। इसके लिए अपने जिले में सुपोषित करने हेतु टीबी के मरीजों को फूड बॉस्केट प्रदान किया जा रहा है। निश्चय मित्र बन कर टीबी बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक कर टीबी मुक्त देश बनाने में सहयोग करें ताकि हमारे नौजवान युवा देश की प्रगति में अपना योगदान दे सके। आज आपके कार्यों के फलस्वरुप टीबी मुक्त ग्राम पंचायत होने पर आपको सम्मानित किया जा रहा है, ताकि आप आगे भी बेहतर कार्य करते रहे और अपने गांव के साथ आस पास के गांवों को टीबी मुक्त बनाने में सहयोग करें।
सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव ने कहा कि जिन पंचायतों ने अपने ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त है किया है वे सब बधाई के पात्र है। उन्होंने ग्राम सरपंचों को संबोधित करते हुए कहा कि आपके सहयोग से जिले के 298 पंचायत टीबी मुक्त हो चुके है। आप सक्रिय निश्चय मित्र की भूमिका निभाते हुए अपने ग्रामों के साथ अन्य गांव को भी टीबी मुक्त करने के दिशा में कार्य करें। टीबी के मरीजों को शारीरिक स्वास्थ्य एवं रोजगार संबंधी दिक्कतें सामने आती है, हमें उन्हें बेहतर खानपान के साथ रोजगार संबंधी सहयोग करना होगा। उन्होंने सीएमएचओ से सभी लोगों को जोड़कर जागरूक करने को कहा ताकि जिले के शत-प्रतिशत ग्राम पंचायत टीबी मुक्त हो सके।
सीएमएचओ डॉ.अनिल कुमार जगत ने कहा कि जिले में 2024-25 में 2100 से अधिक टीबी के मरीज रहे। टीबी के मरीज व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्यगत एवं आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने सभी मरीजों को टीबी के निर्धारित डोज एवं पूर्ण ईलाज कराने का आग्रह, ताकि अन्य ड्रग रेसिस्टेंट टीबी न हो सके। उन्होंने टीबी के मरीजों को टीबी बीमारी रोकने अन्य स्थानों में रोजगार संबंधी पलायन एवं भीड़ भाड़ जगह में न जाने की सलाह दी। सिविल सर्जन डॉ.दिनेश पटेल ने टीबी के लक्षण, ईलाज एवं रोकथाम की विस्तार से जानकारी देते हुए अन्य लोगों को जागरूक करने की अपील की।
कला जत्था ने किया लोगों को जागरूक, पंचायतों के प्रतिनिधियों ने साझा की अनुभव
आयोजित कार्यक्रम के दौरान लोक कला मंच के कलाकारों द्वारा नाट्य मंचन के माध्यम से टीबी बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। कलाकारों ने टीबी मरीजों को होने वाले दिक्कतों, आर्थिक समस्याओं को नाट्य मंचन के माध्यम से अवगत करवाया। उन्होंने टीबी से बचाव, रोकथाम एवं शासकीय चिकित्सालय में नि:शुल्क ईलाज के साथ ही बीमारी को लेकर होने वाले संशय को दूर करने टोल फ्री नंबर 1800116666 की जानकारी दी। इस अवसर पर ग्राम पंचायतों से आए प्रतिनिधियों ने अपने ग्रामों को टीबी मुक्त करने के उपायों एवं जागरूकता संबधी गतिविधियों की अपने अनुभवों को मंच के माध्यम से साझा किए।

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