
महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बना रही साय सरकार, ड्रोन दीदियां भर रही सफलता की उड़ान, किसानों को भी हो रहा फायदा
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई वाली छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं के हितकारी साबित हो रही है। एक ओर जहां महतारी वंदन योजना से महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही है तो दूसरी ओर केंद्र सरकार द्वारा संचालित महिला आधारित योजनाओं का सफल क्रियान्वयन साय सरकार कर रही है, लिहाजा प्रदेश की महिलाएं अब सीधे रोजगार से जुड़ रही है और आय के स्त्रोत बढ़ा रही है।
केंद्र की ओर से संचालित ड्रोन दीदी योजना का लाभ प्रदेश की महिलाएं ले रही हैं। इसका फायदा किसानों को भी मिल रहा है।
क्या है नमो ड्रोन दीदी योजना?
नमो ड्रोन दीदी योजना मोदी सरकार का एक इनोवेटिव प्रयास है। इस योजना को शुरू करने का मकसद देश की महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का है। इस योजना के तहत देश की महिलाओं को सरकार की ओर से ड्रोन उड़ाने, डेटा विश्लेषण और ड्रोन के रखरखाव से जुड़ा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मोदी सरकार की नमो ड्रोन दीदी योजना से मुख्य रूप से तीन फायदे मिल रहे हैं। इस योजना के तहत महिलाओं की आमदनी तेजी से बढ़ रही है। खेती के लिए पेस्टीसाइड और फर्टिलाइजर की खपत कम हो रही है। वहीं, योजना की मदद से किसानो की कृषि में लागत कमी और आमदनी में बढ़ोतरी हो रही है। ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना के तहत सरकार महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन उड़ाने की मुफ्त ट्रेनिंग देती है और ड्रोन खरीदने पर सब्सिडी तथा किफायती दरों पर लोन उपलब्ध कराती है। इस योजना के अंतर्गत ड्रोन की खरीद पर महिला स्वयं सहायता समूहों को 80त्न तक सब्सिडी या अधिकतम 8 लाख रुपए की सहायता दी जाती है। ड्रोन की शेष लागत के लिए कृषि अवसंरचना कोष (्रढ्ढस्न) से ऋण सुविधा दी जाती है, जिस पर मात्र 3त्न ब्याज दर लागू होती है।
सफलता की उड़ान भर रही ड्रोन दीदियां
महिलाओं के प्रति संवेदनशील साय सरकार तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलकर ड्रोन दीदी योजना की शुरुआत की। इस योजना में राज्य की महिलाओं को ड्रोन तकनीक की ट्रेनिंग दी जा रही है। ड्रोन ऑपरेशन के माध्यम से महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसरों के द्वार खुल रहे और यह योजना ग्रामीण महिलाओं को नई तकनीकों से जोडऩे में मददगार भी साबित हो रही है। इस योजना के जरिए महिलाएं आर्थिक रूप सशक्त भी हो रही है। रायपुर जिले की ग्राम नगपुरा की ड्रोन दीदी चंद्रकली केवल 10 मिनटों में एक एकड़ खेत में कीटनाशक का छिडक़ाव कर देती हैं और इससे 300 रुपए कमा लेती हैं। गांव में खेतों में छिडक़ाव के बाद उनके ड्रोन चालन की कुशलता की जानकारी पड़ोसी गांवों में भी फैल गई। उन्हें अब काम मिल रहा है।
किसानों को भी हो रहा फायदा
मुंगेली जिले के नगर पंचायत सरगांव की नमो ड्रोन दीदी गोदावरी साहू ने बताया कि वे विहान अंतर्गत जय माता दी महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य है। नमो ड्रोन योजना अंतर्गत इफको के माध्यम उन्हें ग्वालियर में 15 दिन का प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें थ्योरी व प्रेक्टिकल के साथ ग्राउंड लेवल पर ड्रोन को चलाने के संबंध में जानकारी दी गई। इसके बाद फूलपूर में 05 दिवसीय ड्रोन के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। वह अब ड्रोन के माध्यम से किसानों के खेतों में नैनो यूरिया, नैनो डीएपी और कीटनाशक का छिडक़ाव करती है। इससे किसानों के पैसे और समय की बचत हो रही है। इसके साथ ड्रोन से वायु प्रदूषण भी नहीं होता। उन्होंने बताया कि ड्रोन के माध्यम से एक ही दिन में 20 से 25 एकड़ खेत में कीटनाशक दवाईयों का छिडक़ाव हो जाता है, जिससे किसानों द्वारा श्रमिकों को देने वाले पैसे की बचत तो हो ही रही है। साथ ही किसानों का समय भी बच रहा है।

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